यीशु ने अपना खून बहाकर
मुझे बचा लिया,
क्यों मैं न गाऊँगा गीत उसी के
मुझे बचा लिया ।
1 जब मैं गुनाहों में पड़ा हुआ था
यीशु आ गया,
उसी के मारे जाने से मैं
जीवन भी पा गया,
इसलिये गाऊँगा गीत उसी के
मुझे बचा लिया।
2 मेरे गुनाहों का बोझ उठा के
क्या-क्या न उसने सहा,
मेरे गुनाहों को माफ कराने में,
खून भी उसका बहा,
कितना अनोखा है प्यार प्रभु का
मुझे बचा लिया।
3 सेवा करेगें प्यारे प्रभु की
जैसा कि उसने कहा,
मर भी मिटेंगे प्यारे प्रभु में
जैसा कि उसने सहा,
हरदम हम गाएंगे गीत उसी के
हमें बचा लिया।