( Stand up, stand up, for Jesus)
1. उठो मसीह के लिए,
हे क्रूस के योद्धाओं,
राजझण्डा करो ऊंचा,
न हानि होने दो;
वह जय पर जय प्राप्त करके,
सेना ले चलेगा,
अब तक की हरेक शत्रु,
अधीन न हावेगा।
2. उठो मसीह के लिए,
तुरही के शब्द को सुन,
चलो इस महायुद्ध में,
आज जय के दिन को चुन;
आज्ञा उसी की मानों,
विमुख हो बैरी के,
निपत में साहस बांधों
और लड़ो वीरता से।
3. उठो मसीह के लिए,
और उसमें हो सबल
मनुष्य की है न शक्ति,
जान अपने को निर्बल;
तुम आत्मिक शस्त्र बांधों,
हर एक की प्रार्थना से,
और वही हो उपस्थित,
जो काम विपत पड़े।
4. उठो मसीह के लिए,
युद्ध थोड़ी देर का है,
संग्राम का शब्द आज सुनने
कल जयनाद सुनेंगे;
जो जयवन्त अन्त को होगा,
वह मुकुट पावेगा,
संग महाराज प्रतापी सदा राज करेगा।