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परम पिता कि हम स्तुति गायें

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SongInstrumental

परम पिता कि हम स्तुति गायें, वही है जो बचाता हमें, सारे पापों को करता क्षमा, सारे रोगों को करता चंगा। 1 धन्यवाद दें उसके आसनों में आनंद से आये उसके चरणों में, संगीत गाकर खुशी से, मुक्ति की चट्टान को जय ललकारे। 2 वही हमारा है परम पिता, तरस खाता है सर्व सदा, पूरब से पश्चिम है जितनी दूर, उतने ही दूर किये हमारे गुनाह। 3 माँ की तरह उसने दी तसल्ली, दुनिया के खतरों में छोडा़ नहीं, खालिस दूध कलाम का दिया, और दी हमेशा की ज़िदंगी। 4 घोंसले को बार-बार तोड़कर उसने, चाहा कि सीखें हम उड़ना उससे, परों पर उठाया उकाब की तरह, ताकि हमको चोट न लगे।